माता अहिल्याबाई का चरित्र एक जन आंदोलन है-राजकिशोर
सामाजिक समरसता विभाग अवध प्रांत के द्वारा पुण्य श्लोक अहिल्याबाई जी का त्रिशताब्दी जन्म समारोह आज कुड़िया घाट पर धूमधाम से मनाया गया मुख्य अतिथि अयोध्या धाम से पधारे पूज्य संत श्री वैदेही वल्लभ शरण जी महाराज जी ने अपने संबोधन में पुण्य श्लोक माता अहिल्याबाई के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए मंदिरों के निर्माण में उनके योगदान की चर्चा की.
समरसता विभाग के प्रांतीय संयोजक राज किशोर ने अपने संबोधन में माता अहिल्याबाई जी के जीवन चरित्र पर चलाए जा रहे अभियान का वर्णन करते हुए बताया कि आज देश के हर बालक के मन में माता अहिल्याबाई जी की छवि अंकित हो गई है भारत में जन-जन में अहिल्याबाई का चरित्र एक आंदोलन का स्वरूप ले चुका है.
आज के कार्यक्रम में श्रुति शर्मा जी द्वारा निर्देशित माता अहिल्याबाई पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई संजय सुमन और टीम अतरौली हरदोई द्वारा सोहर गीत प्रस्तुत किए गए. डॉक्टर मंजुला उपाध्याय जी द्वारा अपना विशिष्ट संबोधन दिया गया इस अवसर पर डॉक्टर पूनम श्रीवास्तव, श्वेता सिंह, संयोगिता सिंह, शैलेंद्र शर्मा, अटल राजीव वर्मा, संजीव श्रीवास्तव, प्रमोद शुक्ला सारथी संध्या रस्तोगी आज को सम्मानित किया गया.
उक्त अवसर पर अनुराग पांडे, संजय रस्तोगी, उदयभान, सुरेश मिश्रा, लल्लू भैया, विकास यादव, सनी साहू, दिलीप द्विवेदी, पंकज शुक्ला समेत प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे.