राजधानी लखनऊ ठाकुरगंज स्थित श्री परशुराम मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन महारास, फूलों की होली तथा रूक्मणी विवाह का महोत्सव प्रसंग रचाया गया। इस शुभ अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक, निवेदक एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य अधिवक्ता अनुराग पांडेय सम्मिलित हुए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम में अरविन्द महाराज ने प्रवचन दिए। जिसमें उन्होंने भगवान का मथुरा प्रस्थान, कंस का वध, महर्षि सांदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण करना, कालयवन का वध, ऊधव गोपी संवाद, ऊधव द्वारा गोपियों को अपना गुरु बनाना, द्वारका की स्थापना एवं रूक्मणी विवाह के प्रसंग द्वारा संगीतमय ढंग से भावपूर्ण पाठों का व्याख्यान सुनाया।
वहीं कथा के दौरान महाराज ने श्रोताओं को बताया कि महारास में भगवान श्रीकृष्ण ने बांसुरी बजाकर गोपियों का आह्वान किया था और महारास लीला के द्वारा ही जीवात्मा और परमात्मा का मिलन हुआ। इस दौरान, आचार्य ने भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए, बताया कि रूक्मणी साक्षात लक्ष्मी हैं और वह नारायण से दूर नहीं रह सकतीं। यदि जीव अपने धन अर्थात लक्ष्मी को भगवान के काम में लगाए तो ठीक, नहीं तो फिर वह धन चोरी द्वारा, बीमारी द्वारा या अन्य मार्ग से हरण हो ही जाता है।
बताते चले की इस महोत्सव में, भक्तोंदर्शकों और श्रोताओं का कथा के प्रति अद्भुत प्रेम नजर आया। इस दौरान वैष्णवी नृत्य संस्थान के द्वारा नेहा वर्मा नृत्य निर्देशिका की अध्यक्षता में हरी स्रोतम, डांडिया नृत्य, श्री राम जन्म बधाई नृत्य, फूलों की होली के साथ रासलीला नृत्य करते हुए, कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति किए गए। जिसमें भाव-विभोर होकर सभी भक्तों ने नृत्य का आनंद उठाया। इस विशेष मौके पर अनुराग पांडेय के साथ नेहा वर्मा, कार्यकर्ता समिति के सदस्य एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति सुशोभित रही।