सूत्रों की जानकारी के अनुसार, इस दौरान अनुराग पांडेय ने गंगा माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर विधिवत बैठक का शुभारंभ किया। इसके उपरांत बैठक में उन्होंने प्रमुख अतिथि रामाशीष को अंगवस्त्र एवं पुष्पों की माला से सुसज्जित करते हुए, सम्मानित किया। वहीं मौके पर समस्त जनों को सम्बोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता ही नदियों के किनारे विकसित हुई है। गंगा के बिना भारत का कोई इतिहास नहीं हो सकता, इसलिए पर्यावरण जल हमारे जीवन का हिस्सा है उन्हें हर कीमत पर स्वच्छ करना होगा। वहीं तत्पश्चात उन्होंने नदियों की अविरलता व निर्मलता के लिए जन जागरण अभियान को सफल करने का आहवान भी किया। जहां इस बैठक में 16 जून को गंगा दशहरा के अवसर पर झूलेलाल वाटिका पर गंगा आरती करने का निर्णय भी लिया गया।
बताते चलें कि इस दौरान मुख्य रूप से उन्होंने यह भी उल्लेखित किया कि कार्यकर्ताओं को गोमती नदी को बचाने के लिए हर संभव जन जागरण का अभियान चलाना चाहिए तथा सरकार को मजबूत करना चाहिए। इसी क्रम में, उन्होंने जिला कार्यकारिणी सदस्यों से अपील करते हुए, निवेदन किया कि छोटे-छोटे ग्रुपों में गांव शहरों में निकलकर लोगों को नदियों के प्रति जागरूकता तथा पर्यावरण के प्रति संकल्प दिलाना हमारा कर्तव्य होना चाहिए। वहीं नदियों की स्वच्छता को लेकर इस विशेष बैठक के कार्यक्रम में, आयोजक अनुराग पांडेय के साथ मुख्य रूप से प्रांत संगठन मंत्री लालजी भाई, राजेश शुक्ला, गौरव दीक्षित, श्वेता सिंह, अवधेश तिवारी, अरविंद जायसवाल, पंकज शर्मा सहित सभी कार्यकर्ता जनों ने उपस्थित होकर इसे सफल बनाया।