बीते दिवस गंगा समग्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के सहसंयोजक आरती आयाम के प्रांतीय प्रमुख आदरणीय श्री एडवोकेट अनुराग पाण्डेय जी ने बताया कि आज पुन्जराज वंश दर्पण गेंगासो के पाण्डेय वंशावली के संकलक श्री शिव कुमार पाण्डेय जी का मेरे कार्यालय पर आगमन हुआ जिनका अंगवस्त्र पहना कर व माँ गंगा का चित्र देकर सम्मान किया. उन्होंने मुझे वंशावली की पुस्तक भेंट की.
गौरतलब है कि वंशावली एक परंपरागत जीवनवृत्तांत होती है जो किसी व्यक्ति या परिवार के इतिहास, उनके पूर्वजों और वंशजों के बारे में जानकारी प्रदान करती है. इसके माध्यम से परिवार/जाति या समुदाय के सदस्य अपने मूल्यों, संस्कृति, धार्मिक और आध्यात्मिक पहलुओं को समझते हैं और इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाते हैं. इसके अलावा, हिंदू धर्म में वंशावली के माध्यम से वंशजों के लिए उच्च सामाजिक प्रतिष्ठा की प्राप्ति भी होती है. भारत में विभिन्न जातियों और समुदायों के लोग निवास करते हैं जो वंशावली के मामले में एक दूसरे से भिन्न हैं.
बता दे कि भारतीय परंपरा में ब्राह्मण वंशावली पुस्तकों को बहुत उपयोगी माना जाता है और इन पुस्तकों से ब्राह्मण समुदाय की वंशावली, वंश परंपरा, वंश, गोत्र, प्रवर, सामाजिक संरचना और संस्कारों की जानकारी मिलती है. ये पुस्तकें वंश के सदस्यों की पीढ़ियों और संबंधों का वर्णन करते हुए एक वंशावली वृक्ष को एक संगठित रूप में प्रस्तुत करती हैं.